गोल्डफिश- आकार, टैंक, देखभाल एवं जीवनकाल
गोल्डफिश मछली सबसे प्रमुख और लोकप्रिय एक्वैरियम मछली में से एक है। इनका वैज्ञानिक नाम करसियस औरेयटस है। यह मछलियां काफी मिलनसार स्वाभाव की होती हैं। यह मछलियों के प्रजाती की खेप की पहली मछलियों में से एक हैं जिनकी घरेलु ब्रीडिंग की गय। गोल्डफिश मछलियां काफी बड़ी हो सकती हैं, और उनकी सुंदरता प्रभावशाली होती है। हालाँकि, कई लोगों का कहना है की यह मछली अपने टैंक के आकार तक बढ़ सकती हैं लेकिन वास्तव में गोल्डफिश मछली अपने टैंक के आकार तक नहीं बढ़ती हैं।
गोल्डफिश के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
वैज्ञानिक नाम goldfish ka scientific naam kya hai | करसियस औरेयटस |
कहाँ पायी जाती है | प्राचीन चीन में निर्मित |
आकार | 5- 18 inch लम्बा |
कुल सामान्य उम्र | अगर देखभाल टॉप का हो तो 30 प्लस |
रंग | यह कई रंगो में आती है |
स्वाभाव | यह शांत स्वाभाव की होती हैं |
पानी का तापमान | 23- 25 डिग्री सेल्सियस |
पी एच | 6.5- 7.5 |
देखभाल का स्तर | आसान |
आहार | शाकाहारी एवं मांसाहारी दोनों |
गोल्ड फिश मछली मूल कहाँ से आयी है
इम्पीरियल चीन में, जिन राजवंश के दौरान, पहली बार गोल्ड फिश को पाला गया था। पूरे तांग राजवंश में सजावटी तालाबों और पानी के बगीचों में कार्प (गोल्डफिश की बीज प्रजाति) उगाना एक आम बात थी। चांदी के रंग के बजाय, इस मछली को सोने के रंग में (वास्तव में सुनहरा नारंगी) एक प्राकृतिक जेनेटिक म्युटेशन के माध्यम से बनाया गया था। चांदी की प्रजातियों के प्रजनन के बजाय, लोगों ने सोने की किस्मों को तालाबों या पानी के अन्य निकायों में रखकर चुनिंदा प्रजनन करवाना शुरू कर दिया था।
गोल्डफिश मछली का औसतन आकार और जीवनकाल (Goldfish Lifespan)
यदि एक उपयुक्त वातावरण में रखा जाये, तो एक पूछ वाली गोल्डफिश सामान्य रूप से 10 इंच (25 सेमी) तक बढ़ती है और कभी-कभी 12 इंच (30 सेमी) तक भी पहुंच सकती है। फैंसी गोल्डफिश आम तौर पर 8 इंच (20 सेमी) तक बढ़ सकती है।
काफी लोगों को गोल्डफिश का यह आकार सुनकर अजूबा लगेगा क्योंकि बहुत से लोगों ने छोटी ही गोल्डफिश देखी है। ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि बहुत जगहों पर गोल्डफिश को छोटे बाउल या टैंकों में रखा जाता है जहाँ जगह की कमी होती है। ये समस्याएँ गोल्डफिश के जीवन को छोटा कर देती हैं और उसके विकास को कम कर देती हैं जिनकी वजह से उनका आकार बढ़ नहीं पाता है, जिससे यह ग़लतफ़हमी पैदा हो जाती है कि गोल्डफिश छोटी होती हैं और उनका उम्र काल ज्यादा नहीं होता।
औसतन और पर्याप्त भोजन दिए जाने पर, अधिकांश गोल्डफिश मछली का वजन लगभग 0.22 किलोग्राम होता है , जिसमें बड़ी गोल्डफिश का वजन कुछ अधिक (जैसे की 1.36078 किलोग्राम से 1.81437 किलोग्राम तक) होने की क्षमता होती है।
गोल्डफिश का वजन, समय के साथ भोजन की मात्रा, मछली के रहने की स्थिति और आपकी मछली के सामान्य स्वास्थ्य के आधार पर अलग अलग हो सकता है।
बाहरी तालाबों में या अपने प्राकृतिक वातावरण में रहने वाली गोल्डफिश 15 से 16 इंच तक भी आकार में जा सकती है।
यह मुख्य रूप से बाहर पाए जाने वाले पानी की गुणवत्ता के कारण होता है। बारिश और प्राकृतिक स्रोतों से आये पानी में ऑक्सीजन की मात्रा यदा रहती है, इस वजह से घरेलु एक्वेरियम की अपेक्षा गोल्डफिश अपने प्राकृतिक वातावरण में ज़्यादा फलती फूलती हैं।
चूंकि गोल्डफिश को हजारों वर्षों से पालतू बनाया गया है। हम जानते हैं कि उनके करीबी प्रजाती, कॉमन कार्प, संरक्षित बाहरी तालाबों और नदियों में 38 साल तक जीवित रह सकते हैं, हालांकि जब गोल्डफिश को घरेलु वातावरण में रखा जाता है तो यह देखा गया है की वह 5- 10 साल तक ही जीवित रहती हैं।
गोल्डफिश मछली दिखने में कैसी होती है
गोल्डफिश कई किस्मों और प्रकारों में आती हैं। इसलिए इनका आकार, रंग और रूप सभी भिन्न प्रकार के होते हैं। हालांकि, कुछ नारंगी धब्बों के साथ भूरे-सफेद होते हैं (जैसे की कॉमेंट गोल्डफिश) और अन्य में काले बिंदु होते हैं या जैतून-हरे होते हैं। अधिकांश गोल्डफिश का रंग नारंगी-सोने की तरह होता हैं।
सजावटी गोल्डफिश होती हैं, जैसे कि जिकिन, जिनकी पूंछ तितली या मोर के जैसी होती है। एग फिश गोल्डफिश अधिक गोलाकार होती है और दिखने में अंडे की तरह होती है। बबल आई गोल्डफिश मछली की एक किस्म है जिसमें बड़ी, चुलबुली दिखने वाली आंखें होती हैं जो उसके सिर से ऊपर से निकली हुई जैसी होती हैं।
गोल्डफिश मछली की प्रजाति (Types of Goldfish)
गोल्डफिश मछलियां कई प्रकार की होती हैं। सामान्यतः नारंगी सोने जैसे रंग की मछली को लोग गोल्डफिश कह दिया करते हैं, जबकि यह कई रंगों में और आकारों में आती हैं। इनके अलग अलग प्रजातियां इस प्रकार है:
- फैन टेल fantail goldfish
- पर्ल स्केल
- तोसकिन
- शुबंकिन
- बबल आई
- काला मूर black goldfish
- वाकिन
- रयुकिन ryukin goldfish
- ओरांडा oranda goldfish
- रांचु ranchu goldfish
- कॉमेट goldfish comet
- टेलिस्कोप गोल्डफिश telescope goldfish
- लायन हेड गोल्डफिश lionhead goldfish
- बटरफ्लाई टेलीस्कोप गोल्डफिश butterfly telescope goldfish
गोल्डफिश मछली का स्वभाव
गोल्डफिश एक शांत स्वाभाव की मछली जानी जाती है. वे अक्सर उस व्यक्ति को पहचान लेती हैं जो उन्हें हर दिन खाना खिलाता है और जब गोल्डफिश ऐसे व्यक्ति को देखती हैं तो उन्हें देखते ही उत्साहित हो जाती हैं। कई प्रशिक्षित खेलो में गोल्डफिश को भूलभुलैया के माध्यम से तैरने, हर्डल के माध्यम से तैरने, और यहां तक कि एक गेंद को जाल में फेकने जैसी चालें करने के लिए भी प्रशिक्षित किया गया है।
अन्य मछलियों की तुलना में गोल्डफिश अधिक गंदगी फ़ैलाने वाली मछलियों में से एक है। इसलिए आपको इनके पानी को हमेशा साफ़ रखना चाहिए। पानी को साफ़ रखने के लिए अपने एक्वेरियम में फ़िल्टर का उपयोग अवश्य करें। कुछ अच्छे फ़िल्टर निचे दिए गए हैं।
बहुरंगी गोल्डफिश के रंग का पैटर्न इनके जीवन काल में बदल सकते हैं। इन्हे एक्वैरिस्ट्स एक सामाजिक प्राणी कहते हैं। ये मछलियां जब आपको अच्छे से पहचान लेती हैं तो आपके हाथ से भी खाने को खा सकती हैं। शुरू में तो यह बाहरी चीज़ को महसूस करके डरती हैं। गोल्डफिश एक धीमे तैराक होते हैं जो शांत, धीमी गति से चलने वाले पानी को पसंद करते हैं।
गोल्डफिश मछली की देखभाल
अपनी गोल्डफिश मछली को स्वस्थ रखने के लिए, बार-बार पानी में बदलाव और उचित फ़िल्टर लगा कर उसके साथ उत्कृष्ट पानी की गुणवत्ता बनाए रखना आवश्यक है। रोज़ एक्वेरियम में फ़िल्टर को, और पानी के तापमान और अन्य उपकरण को जांचें । सप्ताह में कम से कम एक बार पानी की गुणवत्ता को अवश्य जांच लें।
एक्वेरियम में मछलियों की भीड़ न लगाएं यानि की ज़्यादा मछलियां न डालें। क्योंकि यह तनाव और बीमारी का एक प्रमुख कारण होता है।
पानी की कुल मात्रा का 10% से 25%, हर दो से चार सप्ताह के अंतराल में अवश्य बदलें। फ़िल्टर के मीडिया को भी साफ़ कर दें और यदि ज़रुरत हो तो उसको बदल दें। अच्छे फ़िल्टर को देखने के लिए निचे दिए गए फिल्टर्स को देखें।
कई लोग एक्वेरियम में पानी के तापमान पर ध्यान नहीं देते हैं जिससे की उनकी मछलियां यातो बीमारियों से ग्रसित हो जाती हैं या तो मर जाती हैं। उसके बाद बड़ा ही अफ़सोस होता है। इस स्थिती से बचने के लिए हमेशा अपने एक्वेरियम या टैंक के पानी के तापमान को समान रखें। यह समस्या आमतौर पर ठण्ड के मौसम में या अगर एक्वेरियम ऐसी जगह पर रखा हो जहाँ AC चलता हो वहां ज़्यादा होती है। इसलिए ऐसे स्थिती में एक्वेरियम के भीतर हीटर का उपयोग अवश्य करें।
यह सुनिश्चित करें की एक्वेरियम का तापमान एक टेम्परेचर पर सेट हो। मछली को ठण्ड नहीं लगनी चाहिए। अपने एक्वेरियम में तापमान को एक जैसा रखने के लिए हीटर का उपयोग करें। हीटर के टेम्परेचर को गोल्डफिश मछली के लिए 17 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच सेट करें। अच्छे हीटर को निचे दिए गए लिंक्स पर देखें:
गोल्डफिश मछली को होने वाली बीमारियां और समाधान
खुजली या इच
पंख और शरीर पर सफेद धब्बे दिखाई देने लगते हैं; इस समस्या में मछली कठोर वस्तुओं के साथ अपने शरीर को रगड़ती रहती है और उसके तैरने में भी सीधापन की कमी लगती है। इसमें आपकी मछली तेज गति में सांस भी ले रही होती है।
पानी में एक बड़ा चम्मच नमक मिलाकर और टैंक के तापमान को कुछ डिग्री बढ़ाकर इच का इलाज करें। अगर इससे समस्या सही न हो तब विशेषज्ञ या पशु चिकित्सक से परामर्श लें।
बैक्टीरिया संक्रमण
इस बीमारी में धुंधली आँखें, खुले घाव और त्वचा लाल हो जाती है। इसको ठीक करने के लिए पानी की गुणवत्ता में सुधार करें। एक्वैरियम में नमक मिलाए और वाणिज्यिक बैक्टीरिया रोधी उपाय का उपयोग करे। अगर इससे यह सही न हो तो पशु चिकित्सक से परामर्श करें।
फंगस
सफेद सूती जैसा वृद्धि और/या आंखों का रंग फीका पड़ जाना। मछली को एक अलग टैंक में क्वारंटाइन करें। उसमे एक एंटिफंगल दवा का उपयोग करें। अगर इससे सही न हो तो किसी विषेधज्ञ या पशु चिकित्सक से परामर्श लें।
पंख का सड़ना या फिन रॉट
भुरभुरा या बिखरा हुआ पंख दिखाई देने लगता है। आमतौर पर पंखों का निचला भाग लाल हो जाता है। इसका उपाय करने के लिए पानी की गुणवत्ता को बढ़ाएं। एक्वेरियम के 25 से 30 प्रतिशत पानी को बदले।
आप मछली के पर्यावरणीय तनावों को समाप्त करके फिन रोट को रोक सकते हैं। अपने पशु चिकित्सक द्वारा निर्धारित एंटीबायोटिक दवाओं की मदद से फिन रोट के साथ गोल्डफिश मछली का इलाज करें।
गोल्डफिश मछली किन मछलियों के साथ टैंक में रह सकती हैं
गोल्डफिश एक शांत स्वाभाव की मछली जानी जाती है। हालाँकि, ये अपने ही प्रजाती की दूसरी मछली पर कभी कभार हावी होने की कोशिश करती है। दूसरी शांत प्रकृति की मछली और आकार में समान मछलियों को आप इनके साथ एक टैंक में रख सकते हैं। लेकिन बहुत ज्यादा मछलियों को एक ही टैंक में रखने से बचे।
कुछ ऐसी मछलियां जिनके साथ गोल्डफिश मछलियों को रखा जा सकता है, वे इस प्रकार हैं:
- ब्रिस्टलेनोसे प्लेको
- मिन्नोज
- राइस फिश
- होप्लो कैटफ़िश
- वरितुस प्लाटि
- लॉन्ग फिन रोज़ी बार्ब
- ब्लैक स्कर्ट टेट्रा
- ब्लड फिन टेट्रा
- चेकर बार्ब
- जायंट दानिओ
- गोल्ड बार्ब
- हिल स्ट्रीम लोच
- मुर्राय रेनबो
- सीजेर टेल रसबोरा
गोल्डफिश मछली का आहार एवं भोजन (Goldfish Food)
गोल्डफिश का रख-रखाव करते समय, सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है वह भोजन (goldfish food) जो आप उसे प्रदान करेंगे। सभी मछलियों का भोजन और आहार भिन्न होता है। आपकी मछली स्वस्थ रहेगी यदि वे पौष्टिक, विविध आहार का सेवन करती हैं। गोल्डफिश कई अलग-अलग किस्मों में आती हैं, लेकिन क्योंकि वे सभी एशियाई कार्प की वंशज हैं, उन सभी का आहार एक जैसा ही होता है।
गोल्डफिश के लिए उपयुक्त खाना इस प्रकार है: